| 1. | छत्तीसगढ़ी शब्द ' भकोसना' सकर्मक क्रिया के रूप में प्रयुक्त होता है.
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| 2. | अकर्मक क्रिया द्विकर्मक क्रिया और एककर्मक क्रिया तो सकर्मक क्रिया के भेद हैं.
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| 3. | सकर्मक क्रिया: जिस क्रिया में कोई कर्म (ऑब्जेक्ट) होता है उसे सकर्मक क्रिया कहते हैं।
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| 4. | सकर्मक क्रिया: जिस क्रिया में कोई कर्म (ऑब्जेक्ट) होता है उसे सकर्मक क्रिया कहते हैं।
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| 5. | इस वाक्य में बनाया अपूर्ण सकर्मक क्रिया है, गंगाधर कर्म है और मंत्री शब्द कर्म-पूर्ति है।
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| 6. | सकर्मक क्रिया के रूपों के उदाहरण दिए गए हैं वे ठेठ या पूरबी अवधी के हैं
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| 7. | जिन क्रियाओं का फल (कर्ता को छोड़कर) कर्म पर पड़ता है वे सकर्मक क्रिया कहलाती हैं।
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| 8. | किंतु इन दोनों रूपों को सकर्मक क्रिया [क्रि-स.] के रूप में लिखा गया है।
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| 9. | इसी से बने सकर्मक क्रिया शब्द ‘खिराना ' का आशय समाप्त कर देना, घिस डालना, गुमा देना है।
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| 10. | (2) वर्तमानकाल व भविष्यतकाल की सकर्मक क्रिया के कर्ता के साथ ने परसर्ग का प्रयोग नहीं होता है।
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